2026 में शादी के शुभ मुहूर्त: पूरी सूची और टिप्स
2026 में शादी के शुभ मुहूर्त
परिचय
2026 में शादी करने वाले दंपतियों के लिए सबसे ज़रूरी है — शुभ मुहूर्त का चयन। क्योंकि भारतीय परंपरा और ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, शुभ मुहूर्त पर विवाह करना नए जीवन को सकारात्मक ऊर्जा देने वाला माना जाता है। इस ब्लॉग में हम 2026 के कुछ प्रमुख शुभ विवाह मुहूर्त तिथियों की सूची देंगे, साथ ही बताएँगे कैसे चुनें सही मुहूर्त और किन बातों का ध्यान रखें।
2026 शादी मुहूर्त, शुभ विवाह तिथि 2026, हिंदी विवाह मुहूर्त, भगवान् संग मुहूर्त, 2026 शादि मुहूर्त
2026 के कुछ प्रमुख शुभ विवाह मुहूर्त तिथियाँ
(निम्नलिखित तिथियाँ सामान्य स्रोतों से संकलित हैं — कृपया अपने क्षेत्रीय पंचांग या ज्योतिषाचार्य से पुष्टि करें)
माह / समय | शुभ मुहूर्त तिथि / अवधि | नक्षत्र / विशेष बातें |
---|---|---|
फरवरी 2026 | 20 फरवरी (सुबह 06:56 से 21 फरवरी रात तक) | उत्तर भाद्रपद, रेवती |
फरवरी 2026 | 24 फरवरी (सुबह 04:26 से 25 फरवरी सुबह) | रोहिणी |
फरवरी 2026 | 25 फरवरी (रात 01:28 से 26 फरवरी सुबह) | मृगशिरा |
मई 2026 | 3 मई — सुबह 07:09 से 10:27 बजे तक | नक्षत्र अनुराधा |
मई 2026 | 6 मई — सुबह 07:51 से अपराह्न तक | नक्षत्र मूल |
मई 2026 | 13–14 मई — रात व सुबह की अवधि | नक्षत्र उत्तरा भद्रपद / रेवती |
मई 2026 | 18–19 मई | नक्षत्र रोहिणी |
मई 2026 | 23 मई — लगभग ताँत समय | नक्षत्र मघा |
मई 2026 | 25–26 मई — रात व सुबह की अवधि | नक्षत्र उत्तर फाल्गुनी |
मई 2026 | 28–29 मई — सुबह 08:08 से रात 03:54 | नक्षत्र स्वाति |
दिसंबर 2026 | 2, 3, 4, 5, 6, 11, 12 दिसंबर | इन तिथियों को कुछ स्रोतों ने विशेष रूप से अच्छा बताया है |
नोट: ये सूची पूर्ण नहीं है, बल्कि मुख्यतः लोकप्रिय स्रोतों से ली गई तिथियाँ हैं।
कैसे चुनें सही मुहूर्त: 5 महत्वपूर्ण सुझाव
- स्थानीय पंचांग देखें
पुरा देश का मुहूर्त एक जैसा नहीं होगा — आपके शहर, समय क्षेत्र और पंचांग के अनुसार समय बदलेगा। - नक्षत्र, तिथि, योग और करण देखें
केवल दिन ही पर्याप्त नहीं — मुहूर्त सुनिश्चित करना चाहिए कि नक्षत्र, योग और करण भी अनुकूल हों। - चतुर्मास, ऋतु & संवत् नियमों का ध्यान रखें
कुछ महीनों (जैसे चतुर्मास) में विवाह शुभ नहीं माना जाता। (birthastro.com) - समय की अवधि पर्याप्त हो
मुहूर्त कुछ घंटों का हो सकता है — जितना लंबा सुरक्षित समय मिलता हो, उसी का चयन करें। - ज्योतिषाचार्य की सलाह लें
अगर आप शास्त्र, ग्रहों या परिवार की मान्यताओं को लेकर संवेदनशील हैं, तो अपने पंडित या ज्योतिषाचार्य से अंतिम मुहूर्त तय करें।
Leave a Reply